मुंबई, जुलाई 2025 – साल 2020 में हुई Disha Salian की रहस्यमयी मौत के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) ने बॉम्बे हाईकोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा है कि उन्हें हत्या या किसी साजिश का कोई सबूत नहीं मिला है। SIT के मुताबिक, दिशा की मौत आत्महत्या का मामला है, और उनके पास इस बात को प्रमाणित करने के लिए फोरेंसिक, पोस्टमार्टम और कॉल रिकॉर्ड्स जैसे पर्याप्त साक्ष्य हैं।
यह रिपोर्ट सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में लंबे समय से चल रही अटकलों पर विराम लगाने के रूप में देखी जा रही है। आइए विस्तार से जानते हैं इस रिपोर्ट में क्या कहा गया है, अदालत में क्या दलीलें पेश हुईं और आगे क्या हो सकता है।
Disha Salian Death Case: SIT की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
SIT ने बॉम्बे हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए कहा कि:
- कोई आपराधिक साजिश या हत्या के संकेत नहीं मिले।
- घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल्स, और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए गए हैं।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह की शारीरिक चोट या यौन हमले के निशान नहीं मिले हैं।
- दिशा ने 8 जून 2020 को एक बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या की थी।
- उनके शरीर या कपड़ों से कोई अवैध तत्व या संघर्ष के चिन्ह नहीं पाए गए।
सतीश सालियान की याचिका और SIT की प्रतिक्रिया
दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राजनीतिक नेताओं पर आरोप लगाए थे और FIR दर्ज कराने की मांग की थी। उनका आरोप था कि उनकी बेटी की मौत में षड्यंत्र हो सकता है और इसकी जांच उच्चस्तरीय एजेंसी से कराई जानी चाहिए।
SIT ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोर्ट को बताया कि:
- याचिका में लगाए गए आरोप बिना किसी सबूत के हैं।
- CBI जांच या FIR की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि राज्य पुलिस की जांच पूरी तरह पारदर्शी रही है।
- इस प्रकार की याचिकाएं केवल राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से लगाई गई हैं।
आदित्य ठाकरे का नाम क्यों आया?
दिशा सालियान डेथ केस में एक अहम मोड़ तब आया जब याचिका में शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे का नाम लिया गया। इसके बाद आदित्य ठाकरे ने अदालत में हलफनामा दाखिल कर कहा कि:
- उन्होंने इस केस से कोई संबंध नहीं रखा है।
- याचिकाकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप मानहानिपूर्ण हैं।
- मामले को जानबूझकर राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।
अदालत की अगली कार्रवाई क्या होगी?
बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला किया है कि वह अगले दो हफ्तों में मामले की फाइनल सुनवाई करेगी। तब तक दोनों पक्षों को नए साक्ष्य या तर्क पेश करने की अनुमति दी गई है।
यह भी साफ कर दिया गया है कि अगर किसी पक्ष के पास कोई ठोस नया प्रमाण है तो वह कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
तारीख | घटना |
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जून 2020 | Disha Salian की मौत मुंबई में एक इमारत से गिरने से हुई |
अगस्त 2020 | कई मीडिया रिपोर्ट्स में दिशा सालियान मौत को सुशांत सिंह राजपूत केस से जोड़ा गया |
2021–2023 | पिता ने आरोप लगाया कि जांच ठीक से नहीं हो रही |
जनवरी 2025 | कोर्ट में याचिका दाखिल की गई |
जुलाई 2025 | SIT ने रिपोर्ट देकर कहा – कोई साजिश या हत्या नहीं हुई |
क्या अब जांच खत्म हो जाएगी?
SIT की रिपोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट की दिशा में ये स्पष्ट होता है कि अगर कोई नया साक्ष्य सामने नहीं आता है, तो यह मामला जल्द ही बंद किया जा सकता है। हालांकि, याचिकाकर्ता या अन्य पक्ष सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं या नए सबूतों के आधार पर पुन: जांच की मांग कर सकते हैं।
निष्कर्ष: क्या यह आत्महत्या ही थी?
अब तक की सभी रिपोर्ट्स – चाहे वो फोरेंसिक हों, मेडिकल, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान हों या SIT की जांच – इस ओर इशारा करते हैं कि दिशा सालियान की मौत आत्महत्या थी। किसी प्रकार की हत्या या राजनीतिक षड्यंत्र का कोई प्रमाण सामने नहीं आया है।
हालांकि, पीड़ित परिवार की मानसिक स्थिति को देखते हुए समाज में ये ज़रूरी है कि सही जानकारी, सहानुभूति और न्यायिक प्रक्रिया के आधार पर ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाए।
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